1 वो भी आधी रात को निकलता है और मैं भी , फिर क्यों उसे चाँद और मुझे आवारा कहते हैं लोग
2 जी करता है मुफ्त में ही उसे अपनी जान भी दे दूँ .इतने मासूम खरीददार से क्या लेन – देन करना .
3 लबों से लब मिल गए लबों से लब सिल गए ,सवाल गुम, जवाब गुम, बडी हसीन रात थी .
4 हर बार हम पर इल्ज़ाम लगा देते हो मोहब्बत का, कभी खुद से भी पूछा है इतने हसीन क्यों हो।
5 इश्क की पतंगे उडाना छोड़ दी .वरना हर हसीनाओं की छत पर हमारे ही धागे होते.
6 नज़र से दिल में उतरना, बड़ी बात नहीं,जो रूह में उतरो, तो कोई बात बने.
7 ये दिल ही तो जानता है मेरी पाक मोहब्बत का आलम ,कि मुझे जीने के लिए सांसो की नही तेरी जरुरत है .
8 हक़ से दे तो “नफरत” भी सर आंखों पर ,खैरात में तो तेरी “मोहब्बत” भी मंजूर नहीं ।
9 खुद ही दे जाओगे तो बेहतर है, वरना हम दिल चुरा भी लेते हैं.
10 मेरे बारे में इतना मत सोचना , दिल में आता हूँ , समझ में नही ।
11 “काश तुम मेरे होते?” साँस थम जाती गर ये लफ्ज तेरे होते.
12 वो मुझे नफ़रत करें या प्यार करें, मैं तो एक दीवाना हूँ.
13 दूर बैठ रहोगे, पास न आओगे कभी,ऐसे रूठोगे तो जान ले जाओगे कभी.
14 थोड़ी थोड़ी ही सही मगर बातें तो किया करो ,चुप रहते हो तो भूल जाने का एहसास होता है.
15 बात इतनी सी थी ,कि तुम अच्छे लगते थे. अब बात इतनी बढ़ गई,कि तुम बिन कुछ अच्छा नहीं लगता.
16 वो मेरे दिल से बाहर निकलने का रास्ता न ढुंढ सके ,दावा करते थे जो मेरी रग-रग से वाकीफ होने का.
17 कितनी अजीब है मेरे अन्दर की तन्हाई भी,हजारो अपने है मगर याद तुम ही आते हो.
18 कभी तो हिसाब करो हमारा भी ,इतनी मोहब्बत भला कौन देता है उधार में.
19 दिलो जान से करेंगे हिफ़ाज़त उसकी बस एक बार वो कह दे कि मैं अमानत हूं तेरी ।
20 कुछ तुम्हारी निगाह काफिर थी,कुछ मुझे भी खराब होना था।
21 तेरी सूरत को जब से देखा है मेरी आँखों पे लोग मरते हैं.
22 तुम खुश-किश्मत हो जो हम तुमको चाहते है वरना, हम तो वो है जिनके ख्वाबों मे भी लोग इजाजत लेकर आते है !!
23 तू Reply नही दे रही इसका मतलब ये नही की attitude है तेरे में, तुझे डर है की तू मुझसे प्यार ना कर बैठे.
24 जिसकी सजा सिर्फ तुम हो ,मुझे ऐसा कोई गुनाह करना है .
25 तेरी आँखों से दो घूंट शराब क्या पी ली ,दिल को चढ़ गया इश्क का जहर .
26 ज़रा शिद्दत से चाहो तभी होगी आरज़ू पूरी हम वो नहीं जो तुम्हे खैरात में मिल जायेंगे.
27 इश्क़ तो बस नाम दिया है दुनिया ने, एहसास बयां कोई कर पाये तो बात हो .
28 कहाँ से लाएँ अपनी बेगुनाही के पक्के सबूत,दिल, दिमाग, नजर सब कुछ तो तेरी कैद में हैं।
29 अजीब रंग में गुजरी है जिंदगी अपनी.दिलो पर राज़ किया और मोहब्बत को तरसे.
30 धड़कनों को कुछ तो काबू में कर ए दिल,अभी तो पलकें ही झुकाई है मुस्कुराना अभी बाकी है उनका.
31 खूश्बु कैसे ना आये मेरी बातों से यारों,मैंने बरसों से एक ही फूल से जो मोहब्बत की है ।
32 कैसे हो जाऊँ मैं तुम से जुदा, धडकन के बग़ैर कोई जिन्दा रह सकता है भला.
33 तुझे ख़्वाबों में पाकर दिल का क़रार खो ही जाता है,मैं जितना रोकूँ ख़ुद को तुझसे प्यार हो ही जाता है.
34 इतनी मिन्नतों के बाद रुबरू हुए हो,समझ नही आता तुम्हे देखूँ या तुम मे खो जाऊँ .
35 ये नजर नजर की बात है कि किसे क्या तलाश है ,तू हँसने को बेताब है , मुझे तेरी मुस्कुराहटों की प्यास है.
36 मेरी बात सुन पगली अकेले हम ही शामिल नही है इस जुर्म में, जब नजरे मिली थी तो मुस्कराई तू भी थी.
37 हमने तो उस शहर में भी किया है इंतज़ार तेरा,जहाँ मोहब्बत का कोई रिवाज़ न था....!
38 उनकी चाल ही काफी थी इस दिल के होश उड़ाने के लिए ,...अब तो हद हो गई जब से वो पाँव में पायल पहनने लगे .
39 नजर में डूबके न आ सके किनारे पे,अजी हम मर गये थे आपके इशारे पे.
40 वो खुद पर गरूर करते है, तो इसमें हैरत की कोई बात नहीं,जिन्हें हम चाहते है, वो आम हो ही नहीं सकते !!
41 न जवाब न कोई सवाल रहता है ......मुझे सिर्फ तेरा ख़याल रहता है.
42 दिल मे छूपा रखी है मोहब्बत काले धन की तरह, खुलासा नही करता हू कि कही हंगामा ना हो जाये.
43 पागल नहीं थे हम जो तेरी हर बात मानते थे , बस तेरी खुशी से ज्यादा कुछ अच्छा ही नही लगता.
44 बदले नहीं जज्बात मेरे वक़्त के साथ तुझे बेपनाह प्यार करने की ख्वाइश आज भी है.
45 मेरा होकर भी गैर की जागीर लगता है,दिल भी साला मसला-ऐ-कश्मीर लगता है.
46 तमाम शर्तों पे जो मिले, वो किस काम की बेशर्त जो मिले, उसी मोहब्बत पे दिल हारूँ.
47 न जाने क्या मासूमियत है तेरे चेहरे पर .तेरे सामने आने से ज़्यादा तुझे छुपकर देखना अच्छा लगता है।
48 कुछ नहीं है ख़ास इन दिनों,तुम जो नहीं हो पास इन दिनों...
49 अब उठती नहीं हैं आँखें, किसी और की तरफ ...पाबन्द कर गयीं हैं शायद, किसी की नज़रें मुझे.
50 आ मिलकर दुआ करे हमारे प्यार के लिए.... एक हाथ तेरा और एक हाथ मेरा हो.
51 कहने देती नही कुछ मूह से मोहब्बत तेरी,लब पर रह जाती हे आ के शिकायत तेरी.
52 वो सामने है मेरे , और मुझ से जुदा भी है. वो गुनहगार है मेरा और खुदा भी है.
53 मेरे दिल में तेरे लिए प्यार आज भी है माना कि तुझे मेरी मोहब्बत पर शक आज भी है नाव में बैठकर जो धोए थे हाथ तूने पूरे तालाब में फैली मेंहदी की महक आज भी है ।
54 मेरी ही तसवीर बनानी थी मुझे ,पर उसमे न जाने क्युं सभी रंग तुम्हारे निकलें.
55 तुमको आता है प्यार पर गुस्सा ,मुझे तो गुस्से पर प्यार आया है .
56 दिल ने आज फिर तेरे दीदार की ख्वाहिश रखी है अगर फुरसत मिले तो ख्वाबों मे आ जाना !
57 हो न हो कुछ तो खास बात है तुझमें,वरना यू रगों मै हर कोई बहता नहीं।
58 हाथ पकड ले पगली अभी तेरा हो सकता हूँ, भीड़ बहुत है खो भी सकता हूँ.
59 मेरी़ ना रात कटती है , ना ज़िन्दगी वो पगली मेरे वक़्त को इतना धीमा कर गयी.
60 दिल में रहने की इजाजत नहीं मांगी जाती, ये तो वो जगह है जहाँ कब्जा किया जाता है .
61 शुक्र है कि ये दिल सिर्फ़ धड़कता है,अगर बोलता तो कयामत आ जाती.
62 मुझसे नफरत ही करनी है तो इरादे मजबूत रखना,जरा से भी चुके तो महोब्बत हो जायेगी.
63 यूँ तो हर बात सहने का जिगर है ,बस एक तेरा नाम है जो मुझे कमजोर कर देता है .
64 वक़्त को देखा हैं मैंने उड़ते हुए,अक़्सर जब तुमसे मुलाक़ात होती हैं.
65 काश मेरा घर तेरे घर के करीब होता,बात करना न सही , देखना तो नसीब होता.
66 मेरी रूह तरसती है तेरी खुशबू के लिए ,तुम कहीं और जो महको तो बुरा लगता है।
67 आज वो जुदा इसलिये है, शायद किसीने मेरे प्यार का अंजाम सोच रखा था.
68 ना होना बेमुरव्वत, ना दिखाना बेरुखी,बस सादगी से कहना के ‘बोझ बन गये हो तुम’.
69 संगमरमर से तराशा खुदा ने तेरे बदन को ,बाकी जो पत्थर बचा उससे तेरा बना दिया .
70 मेरी नासमझी की भी हद ना पूछिए दोस्तों, उन्हें खोकर हम फिर उन जैसा ही ढूढ रहे हैं.
71 मत कर इतना गुरुर खुद पर... हमने चाहना छोड़ दिया. तो लोग पूछना भी छोड़ देंगे.
72 आज सड़क पर निकले तो तेरी याद आ गईतूने भी इस सिग्नल की तरह रंग बदला था.
2 जी करता है मुफ्त में ही उसे अपनी जान भी दे दूँ .इतने मासूम खरीददार से क्या लेन – देन करना .
3 लबों से लब मिल गए लबों से लब सिल गए ,सवाल गुम, जवाब गुम, बडी हसीन रात थी .
4 हर बार हम पर इल्ज़ाम लगा देते हो मोहब्बत का, कभी खुद से भी पूछा है इतने हसीन क्यों हो।
5 इश्क की पतंगे उडाना छोड़ दी .वरना हर हसीनाओं की छत पर हमारे ही धागे होते.
6 नज़र से दिल में उतरना, बड़ी बात नहीं,जो रूह में उतरो, तो कोई बात बने.
7 ये दिल ही तो जानता है मेरी पाक मोहब्बत का आलम ,कि मुझे जीने के लिए सांसो की नही तेरी जरुरत है .
8 हक़ से दे तो “नफरत” भी सर आंखों पर ,खैरात में तो तेरी “मोहब्बत” भी मंजूर नहीं ।
9 खुद ही दे जाओगे तो बेहतर है, वरना हम दिल चुरा भी लेते हैं.
10 मेरे बारे में इतना मत सोचना , दिल में आता हूँ , समझ में नही ।
11 “काश तुम मेरे होते?” साँस थम जाती गर ये लफ्ज तेरे होते.
12 वो मुझे नफ़रत करें या प्यार करें, मैं तो एक दीवाना हूँ.
13 दूर बैठ रहोगे, पास न आओगे कभी,ऐसे रूठोगे तो जान ले जाओगे कभी.
14 थोड़ी थोड़ी ही सही मगर बातें तो किया करो ,चुप रहते हो तो भूल जाने का एहसास होता है.
15 बात इतनी सी थी ,कि तुम अच्छे लगते थे. अब बात इतनी बढ़ गई,कि तुम बिन कुछ अच्छा नहीं लगता.
16 वो मेरे दिल से बाहर निकलने का रास्ता न ढुंढ सके ,दावा करते थे जो मेरी रग-रग से वाकीफ होने का.
17 कितनी अजीब है मेरे अन्दर की तन्हाई भी,हजारो अपने है मगर याद तुम ही आते हो.
18 कभी तो हिसाब करो हमारा भी ,इतनी मोहब्बत भला कौन देता है उधार में.
19 दिलो जान से करेंगे हिफ़ाज़त उसकी बस एक बार वो कह दे कि मैं अमानत हूं तेरी ।
20 कुछ तुम्हारी निगाह काफिर थी,कुछ मुझे भी खराब होना था।
21 तेरी सूरत को जब से देखा है मेरी आँखों पे लोग मरते हैं.
22 तुम खुश-किश्मत हो जो हम तुमको चाहते है वरना, हम तो वो है जिनके ख्वाबों मे भी लोग इजाजत लेकर आते है !!
23 तू Reply नही दे रही इसका मतलब ये नही की attitude है तेरे में, तुझे डर है की तू मुझसे प्यार ना कर बैठे.
24 जिसकी सजा सिर्फ तुम हो ,मुझे ऐसा कोई गुनाह करना है .
25 तेरी आँखों से दो घूंट शराब क्या पी ली ,दिल को चढ़ गया इश्क का जहर .
26 ज़रा शिद्दत से चाहो तभी होगी आरज़ू पूरी हम वो नहीं जो तुम्हे खैरात में मिल जायेंगे.
27 इश्क़ तो बस नाम दिया है दुनिया ने, एहसास बयां कोई कर पाये तो बात हो .
28 कहाँ से लाएँ अपनी बेगुनाही के पक्के सबूत,दिल, दिमाग, नजर सब कुछ तो तेरी कैद में हैं।
29 अजीब रंग में गुजरी है जिंदगी अपनी.दिलो पर राज़ किया और मोहब्बत को तरसे.
30 धड़कनों को कुछ तो काबू में कर ए दिल,अभी तो पलकें ही झुकाई है मुस्कुराना अभी बाकी है उनका.
31 खूश्बु कैसे ना आये मेरी बातों से यारों,मैंने बरसों से एक ही फूल से जो मोहब्बत की है ।
32 कैसे हो जाऊँ मैं तुम से जुदा, धडकन के बग़ैर कोई जिन्दा रह सकता है भला.
33 तुझे ख़्वाबों में पाकर दिल का क़रार खो ही जाता है,मैं जितना रोकूँ ख़ुद को तुझसे प्यार हो ही जाता है.
34 इतनी मिन्नतों के बाद रुबरू हुए हो,समझ नही आता तुम्हे देखूँ या तुम मे खो जाऊँ .
35 ये नजर नजर की बात है कि किसे क्या तलाश है ,तू हँसने को बेताब है , मुझे तेरी मुस्कुराहटों की प्यास है.
36 मेरी बात सुन पगली अकेले हम ही शामिल नही है इस जुर्म में, जब नजरे मिली थी तो मुस्कराई तू भी थी.
37 हमने तो उस शहर में भी किया है इंतज़ार तेरा,जहाँ मोहब्बत का कोई रिवाज़ न था....!
38 उनकी चाल ही काफी थी इस दिल के होश उड़ाने के लिए ,...अब तो हद हो गई जब से वो पाँव में पायल पहनने लगे .
39 नजर में डूबके न आ सके किनारे पे,अजी हम मर गये थे आपके इशारे पे.
40 वो खुद पर गरूर करते है, तो इसमें हैरत की कोई बात नहीं,जिन्हें हम चाहते है, वो आम हो ही नहीं सकते !!
41 न जवाब न कोई सवाल रहता है ......मुझे सिर्फ तेरा ख़याल रहता है.
42 दिल मे छूपा रखी है मोहब्बत काले धन की तरह, खुलासा नही करता हू कि कही हंगामा ना हो जाये.
43 पागल नहीं थे हम जो तेरी हर बात मानते थे , बस तेरी खुशी से ज्यादा कुछ अच्छा ही नही लगता.
44 बदले नहीं जज्बात मेरे वक़्त के साथ तुझे बेपनाह प्यार करने की ख्वाइश आज भी है.
45 मेरा होकर भी गैर की जागीर लगता है,दिल भी साला मसला-ऐ-कश्मीर लगता है.
46 तमाम शर्तों पे जो मिले, वो किस काम की बेशर्त जो मिले, उसी मोहब्बत पे दिल हारूँ.
47 न जाने क्या मासूमियत है तेरे चेहरे पर .तेरे सामने आने से ज़्यादा तुझे छुपकर देखना अच्छा लगता है।
48 कुछ नहीं है ख़ास इन दिनों,तुम जो नहीं हो पास इन दिनों...
49 अब उठती नहीं हैं आँखें, किसी और की तरफ ...पाबन्द कर गयीं हैं शायद, किसी की नज़रें मुझे.
50 आ मिलकर दुआ करे हमारे प्यार के लिए.... एक हाथ तेरा और एक हाथ मेरा हो.
51 कहने देती नही कुछ मूह से मोहब्बत तेरी,लब पर रह जाती हे आ के शिकायत तेरी.
52 वो सामने है मेरे , और मुझ से जुदा भी है. वो गुनहगार है मेरा और खुदा भी है.
53 मेरे दिल में तेरे लिए प्यार आज भी है माना कि तुझे मेरी मोहब्बत पर शक आज भी है नाव में बैठकर जो धोए थे हाथ तूने पूरे तालाब में फैली मेंहदी की महक आज भी है ।
54 मेरी ही तसवीर बनानी थी मुझे ,पर उसमे न जाने क्युं सभी रंग तुम्हारे निकलें.
55 तुमको आता है प्यार पर गुस्सा ,मुझे तो गुस्से पर प्यार आया है .
56 दिल ने आज फिर तेरे दीदार की ख्वाहिश रखी है अगर फुरसत मिले तो ख्वाबों मे आ जाना !
57 हो न हो कुछ तो खास बात है तुझमें,वरना यू रगों मै हर कोई बहता नहीं।
58 हाथ पकड ले पगली अभी तेरा हो सकता हूँ, भीड़ बहुत है खो भी सकता हूँ.
59 मेरी़ ना रात कटती है , ना ज़िन्दगी वो पगली मेरे वक़्त को इतना धीमा कर गयी.
60 दिल में रहने की इजाजत नहीं मांगी जाती, ये तो वो जगह है जहाँ कब्जा किया जाता है .
61 शुक्र है कि ये दिल सिर्फ़ धड़कता है,अगर बोलता तो कयामत आ जाती.
62 मुझसे नफरत ही करनी है तो इरादे मजबूत रखना,जरा से भी चुके तो महोब्बत हो जायेगी.
63 यूँ तो हर बात सहने का जिगर है ,बस एक तेरा नाम है जो मुझे कमजोर कर देता है .
64 वक़्त को देखा हैं मैंने उड़ते हुए,अक़्सर जब तुमसे मुलाक़ात होती हैं.
65 काश मेरा घर तेरे घर के करीब होता,बात करना न सही , देखना तो नसीब होता.
66 मेरी रूह तरसती है तेरी खुशबू के लिए ,तुम कहीं और जो महको तो बुरा लगता है।
67 आज वो जुदा इसलिये है, शायद किसीने मेरे प्यार का अंजाम सोच रखा था.
68 ना होना बेमुरव्वत, ना दिखाना बेरुखी,बस सादगी से कहना के ‘बोझ बन गये हो तुम’.
69 संगमरमर से तराशा खुदा ने तेरे बदन को ,बाकी जो पत्थर बचा उससे तेरा बना दिया .
70 मेरी नासमझी की भी हद ना पूछिए दोस्तों, उन्हें खोकर हम फिर उन जैसा ही ढूढ रहे हैं.
71 मत कर इतना गुरुर खुद पर... हमने चाहना छोड़ दिया. तो लोग पूछना भी छोड़ देंगे.
72 आज सड़क पर निकले तो तेरी याद आ गईतूने भी इस सिग्नल की तरह रंग बदला था.
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