1 नमक की तरह हो गयी है जिंदगी, लोग स्वादानुसार इस्तेमाल कर लेते हैं !!!
2 सुकून ऐ दिल के लिए कभी हाल तो पूँछ ही लिया करो, मालूम तो हमें भी है कि हम आपके कुछ नहीं लगते...!
3 ये तो शौक है मेरा ददॅ लफ्जो मे बयां करने का, नादान लोग हमे युं ही शायर समझ लेते है.
4 है कोई वकील इस जहान में, जो हारा हुआ इश्क जीता दे मुझको.
5 बरबाद कर देती है मोहब्बत हर मोहब्बत करने वाले को क्यूकि इश्क़ हार नही मानता और दिल बात नही मानता..!!
6 देख कर उसको तेरा यूँ पलट जाना,..... नफरत बता रही है तूने मोहब्बत गज़ब की थी.
7 बहुत आसान है पहचान इसकी . . . अगर दुखता नहीं तो दिल नहीं है!!
8 इतने बुरे ना थे जो ठुकरा दिया तुमने हमेँ. तेरे अपने फैसले पर एक दिन तुझे भी अफसोस होगा!!!
9 तुम रख न सकोगे मेरा तोहफा संभालकर, वरना मैं अभी दे दूँ, जिस्म से रूह निकालकर...!!
10 ऐ खुदा मुसीबत मैं डाल दे मुझे.... किसी ने बुरे वक़्त मैं आने का वादा किया है.
11 इश्क वो खेल नहीं जो छोटे दिल वाले खेलें, रूह तक काँप जाती है, सदमे सहते-सहते.
12 क्या लिखूँ दिल की हकीकत आरज़ू बेहोश है,ख़त पर हैं आँसू गिरे और कलम खामोश है!
13 जिंदगी के रूप में दो घूंट मिले,इक तेरे इश्क का पी चुके हैं..दुसरा तेरी जुदाई का पी रहे हैं !!!! :|
14 किसी ने कहा था महोब्बत फूल जैसी है!!कदम रुक गये आज जब फूलों को बाजार में बिकते देखा!
15 बना दो वज़ीर मुझे भी इश्क़ की दुनिया का दोसतों, वादा है मेरा हर बेवफा को सजा ऐ मौत दूंगा...!!!
16 इरादा कत्ल का था तो ~मेरा सर कलम कर देते क्यू इश्क मे डाल कर तुने ~हर साँस पर मौत लिख दी..!!
17 हमारी कद्र उनको होगी तन्हाईयो में एक दिन, अभी तो बहुत लोग हैं उनके पास दिल्लगी करने को....!!
18 जिन्दगी भर कोई साथ नहीं देता यह जान लिया हमने, लोग तो तब याद करते हैं जुब वह खुद अकेले हों!!!
19 जिस जिस ने मुहब्बत में, अपने महबूब को खुदा कर दिया, खुदा ने अपने वजूद को बचाने के लिए, उनको जुदा कर दिया.
20 मेरे दिल से खेल तो रहे हो तुम पर...... जरा सम्भल के...... ये थोडा टूटा हुआ है कहीं तुम्हे ही लग ना जाए.......!!
21 हुस्न वाले जब तोड़ते हैं दिल किसी का, बड़ी सादगी से कहते है मजबूर थे हम..!
22 तेरी यादें अक्सर छेड़ जाया करती हैं कभी अा़ँखों का पानी बनकर कभी हवा का झोंका बनकर.!!!
23 टूटता हुआ तारा सबकी दुआ पूरी करता है..क्यों के उसे टूटने का दर्द मालूम होता है!!!
24 इतनी ठोकरे देने के लिए शुक्रिया ए-ज़िन्दगी, चलने का न सही सम्भलने का हुनर तो आ गया ।
25 कुछ लोग आए थे मेरा दुख बाँटने, मैं जब खुश हुआ तो खफा होकर चल दिये...!!!
26 जब भी चाहा सिर्फ तुम्हे चाहा.. पर कभी तुम से कुछ नही चाहा..!!
27 उम्र कैद की तरह होते हे कुछ रिश्ते ,, जहा जमानत देकर भी रिहाई मुमकिन नही!!!
28 आपको ज़ीद हे अगर हमे भूलने की तो, हमे भी ज़ीद हे आपको अपनी याद दिलाने की !!!!
29 हर फैसले होते नहीं,सिक्के उछाल कर..यह दिल के मामले है....जरा संभल कर!!
30 मत पूछो कैसे गुजरता है हर पल तुम्हारे बिना, कभी बात करने की हसरत कभी देखने की तमन्ना !!
31 यही सोचकर कोई सफाई नहीं दी हमने. कि इल्जाम झूठे भले हैं पर लगाये तो तुमने हैं !!
32 मेरे अल्फ़ाज़ तो चुरा लोगे.. वो दर्द.. कहाँ से लाओगे !!
33 चली जाने दो उसे किसी ओर कि बाहों मे ।। इतनी चाहत के बाद जो मेरी ना हुई, वो किसी ओर कि क्या होगी ।
34 इक बात कहूँ इश्क, बुरा तो नहीँ मानोगे.... बङी मौज के थे दिन, तेरी पहचान से पहले.
35 लिख देना ये अल्फाज मेरी कबर पे...!! मोत अछी है मगर दिल का लगाना अच्छा नहीं...!!
35 दोस्तो से अच्छे तो मेरे दुश्मन निकले,, कमबख्त हर बात पर कहते हैं कि तुझे छोडेंगे नहीं.
36 दोस्तो होली आई अौर चली भी गई थोड़ी देर बाद #रंग भी उतर गया, ये #होली बिल्कुल उसकी तरह निकली..!!
37 सुना है आज उस की आँखों मे आसु आ गये...... वो बच्चो को सिखा रही थी की मोहब्बत ऐसे लिखते है !!
38 शक ना कर मेरी मुहब्बत परपगली....... अगर मै सबूत देने पर आया तो ... तु बदनाम हो जायेगी..!!!
39 आदत बना ली मैंने खुद को तकलीफ देने की , ताकि जब कोई अपना तकलीफ दे तो ज्यादा तकलीफ ना हो
40 बिछड़ने वाले तेरे लिए, एक मशवरा है.. कभी हमारा ख्याल आए, तो अपना 'ख्याल' रखना..।।
41 तुम बदले तो मज़बूरिया थी ,हम बदले तो बेवफा हो गए !!!
42 धोखा देने के लिए #शुक्रिया पगली कि #तुम ना मिलती तो #दुनिया_समझ में #ना आती !!
43 हो सके तो अब के कोई सौदा न करना; मैं पिछली मोहब्बत में सब हार आया हूँ..!
44 कहने को कुछ नहीं ...आह भी चुप सी घुट रही है सीने में !!
45 अज़ब माहौल है मेरे 'मुल्क' का, मज़हब थोपा जाता है, 'इश्क' रोका जाता है !!
46 वो मतलब से मिलते थे और हमे तो बस मिलने से मतलब था !!!
47 मंज़िलों से गुमराह भी ,कर देते हैं कुछ लोग ।। हर किसी से रास्ता पूछना अच्छा नहीं होता !!
48 जिस रोज तेरे चाहने वालो को तू बेहद बुरी लगेगी, उस दिन भी तू हमे बेहद खूबसूरत लगेगी !
49 जिस्म उसका भी मिट्टी का है मेरी तरह....! ए खुदा फिर क्यू सिर्फ मेरा ही दिल तडफता है उस के लिये...!
50 शोहरत अच्छी होती है, गुरूर अच्छा नहीं होता.. अपनों से बेरुखी सेे पेश आना, हुज़ूर अच्छा नहीं होता !!
51 कईं रोज से कोई नया जखम न दिया पता करो सनम ठीक तो है न !!
52 आज भी उसी मोड़ पर इंतजार क्र रहा हु उनका जहाँ न लोट कर आने की वो कसम खाए बेठे है !!
53 वक़्त ने ज़रा सी करवट क्या ली गैरो की लाइन में सबसे आगे पाया अपनों को !!
54 ये नक़ाब तुम्हारे झुठ का उतरेगा जिस दिन खुद से नज़रें मिलाने को तरसोगे उस दिन !!
55 दिन भर भटकते रहते हैं अरमान तुझ से मिलने के न दिल ठहरता है न इंतज़ार रुकता है !!
57 दर्द सहने की कुछ यु आदत सी हो गई है.... की अब दर्द न मिले तो दर्द सा होता है !
58 उसने बड़ी बेरुखी से कहा बस , अब जुदा होना है और आज दिल- ए- बरबाद में सिर्फ शोला और चिन्गारी है.
59 बहुत भीड़ हो गयी है तेरे दिल में, अच्छा हुआ हम वक़्त पर निकल गए !!
60 एक आरज़ू थी तेरे साथ जिंदगी गुजारने की, पर तेरी तरह मेरी तो ख्वाहिशे भी बेवफा निकली।
61 जिसे दिल मे जगह दी थी वो ही सब बर्बाद कर गया....!!
62 शायरी लिखना बंद कर दूंगा अब मैं यारो.... मेरी शायरी की वजह से दोस्तों की आँखों में आंसू अब देखे नहीं जाते....!!
63 जलने वाले की दूआ से ही सारी बरकत है, वरना अपना कहने वाले तो याद भी नही करते....!!
64 जिस चाँद के हजारों हो चाहने वाले... *दोस्त*, वो क्या समझेगा एक सितारे कि कमी को....!!
65 कभी भी ख़ुशी मे शायरी नहीं लिखी जाती है ये वो धुन है जो दिल टूटने पर बनती है....!!
66 क्या लिखूँ , अपनी जिंदगी के बारे में. दोस्तों. वो लोग ही बिछड़ गए. 'जो जिंदगी हुआ करते थे !!
67 और भी बनती लकीरें दर्द की शुकर है खुदा तेरा जो हाथ छोटे दिए !!
68 चित्रकार तुझे उस्ताद मानूँगा, दर्द भी खींच मेरी तस्वीर के साथ
69 कौन खरीदेगा अब हीरो के दाम में तुम्हारे आँसु ;वो जो दर्द का सौदागर था, मोहब्बत छोड़ दी उसने ।
70 ख़ुशी कहा हम तो गम चाहते है, ख़ुशी उन्हे दे दो जिन्हें हम चाहते हे.
71 सिमट गया मेरा प्यार भी चंद अल्फाजों में, जब उसने कहा मोहब्बत तो है पर तुमसे नहीं.
72 सो जाओ दोस्तों यु रात भर जागने से मुहाबत लोट क्र नही आती !
73 हर किसी में तुझे पाने की कोशिश की बस एक तुझे न पा सकने के बाद |
74 लिख देना ये अल्फाज मेरी कबर पे...!! मोत अछी है मगर दिल का लगाना अच्छा नहीं...!!
75 तू मेरी चाहत का एक लफ्ज भी ना पढ़ सका, और मैं तेरे दिये हुए दर्द की किताब पढ़ते पढ़ते ही सोती हूँ।
76 मुस्कुराने से भी होता है ग़में-दिल बयां, मुझे रोने की आदत हो ये ज़रूरी तो नहीं !!!
77 इतना याद न आया करो, कि रात भर सो न सकें। सुबह को सुर्ख आँखों का सबब पूछते हैं लोग।
78 लोग कहते हैं दुःख बुरा होता है, जब भी आता है रुलाता है। मगर हम कहते हैं दुःख अच्छा होता है, जब भी आता है कुछ सिखाता है।
79 मैं क्या जानूँ दर्द की कीमत ? मेरे अपने मुझे मुफ्त में देते हैं !
80 वो रो रो कर कहती रही, मुझे नफरत है तुमसे, मगर एक सवाल आज भी परेशान किये हुए है की अगर इतनी नफरत ही थी तो, वो रोई क्यों….?
81 दर्द कितना खुशनसीब है जिसे पा कर लोग अपनों को याद करते हैं, दौलत कितनी बदनसीब है जिसे पा कर लोग अक्सर अपनों को भूल जाते है !!
82 मैं आईना हूँ टूटना मेरी फितरत है, इसलिए पत्थरों से मुझे कोई गिला नहीं।
83 कितने सालों के इंतज़ार का सफर खाक हुआ । उसने जब पूछा “कहो कैसे आना हुआ”।
84 मेरी किस्मत में तो कुछ यूँ लिखा है, किसी ने वक्त गुज़ारने के लिए अपना बनाया, तो किसी ने अपना बनाकर वक्त गुजार लिया !!
85 लोग कहते हैं जब कोई अपना दूर चला जाता है तो बड़ी तकलीफ होती है, पर ज्यादा तकलीफ तो तब होती है जब कोई अपना पास होकर भी दूरियाँ बना ले !
87 रिश्तों की डोरी तब कमजोर होती है जब इंसान ग़लतफहमी में पैदा होने वाले सवालों का जवाब खुद ही बना लेता है !
88 जानते हैं दुनिया की सबसे कीमती चीज़ें क्या हैं ? सच्ची ख़ुशी के आंसू और सच्चे आंसुओं पर मुस्कान।
89 बड़े अजीब से इस दुनिया के मेले हैं, यूँ तो दिखती भीड़ है, पर फिर भी सब अकेले हैं…!
2 सुकून ऐ दिल के लिए कभी हाल तो पूँछ ही लिया करो, मालूम तो हमें भी है कि हम आपके कुछ नहीं लगते...!
3 ये तो शौक है मेरा ददॅ लफ्जो मे बयां करने का, नादान लोग हमे युं ही शायर समझ लेते है.
4 है कोई वकील इस जहान में, जो हारा हुआ इश्क जीता दे मुझको.
5 बरबाद कर देती है मोहब्बत हर मोहब्बत करने वाले को क्यूकि इश्क़ हार नही मानता और दिल बात नही मानता..!!
6 देख कर उसको तेरा यूँ पलट जाना,..... नफरत बता रही है तूने मोहब्बत गज़ब की थी.
7 बहुत आसान है पहचान इसकी . . . अगर दुखता नहीं तो दिल नहीं है!!
8 इतने बुरे ना थे जो ठुकरा दिया तुमने हमेँ. तेरे अपने फैसले पर एक दिन तुझे भी अफसोस होगा!!!
9 तुम रख न सकोगे मेरा तोहफा संभालकर, वरना मैं अभी दे दूँ, जिस्म से रूह निकालकर...!!
10 ऐ खुदा मुसीबत मैं डाल दे मुझे.... किसी ने बुरे वक़्त मैं आने का वादा किया है.
11 इश्क वो खेल नहीं जो छोटे दिल वाले खेलें, रूह तक काँप जाती है, सदमे सहते-सहते.
12 क्या लिखूँ दिल की हकीकत आरज़ू बेहोश है,ख़त पर हैं आँसू गिरे और कलम खामोश है!
13 जिंदगी के रूप में दो घूंट मिले,इक तेरे इश्क का पी चुके हैं..दुसरा तेरी जुदाई का पी रहे हैं !!!! :|
14 किसी ने कहा था महोब्बत फूल जैसी है!!कदम रुक गये आज जब फूलों को बाजार में बिकते देखा!
15 बना दो वज़ीर मुझे भी इश्क़ की दुनिया का दोसतों, वादा है मेरा हर बेवफा को सजा ऐ मौत दूंगा...!!!
16 इरादा कत्ल का था तो ~मेरा सर कलम कर देते क्यू इश्क मे डाल कर तुने ~हर साँस पर मौत लिख दी..!!
17 हमारी कद्र उनको होगी तन्हाईयो में एक दिन, अभी तो बहुत लोग हैं उनके पास दिल्लगी करने को....!!
18 जिन्दगी भर कोई साथ नहीं देता यह जान लिया हमने, लोग तो तब याद करते हैं जुब वह खुद अकेले हों!!!
19 जिस जिस ने मुहब्बत में, अपने महबूब को खुदा कर दिया, खुदा ने अपने वजूद को बचाने के लिए, उनको जुदा कर दिया.
20 मेरे दिल से खेल तो रहे हो तुम पर...... जरा सम्भल के...... ये थोडा टूटा हुआ है कहीं तुम्हे ही लग ना जाए.......!!
21 हुस्न वाले जब तोड़ते हैं दिल किसी का, बड़ी सादगी से कहते है मजबूर थे हम..!
22 तेरी यादें अक्सर छेड़ जाया करती हैं कभी अा़ँखों का पानी बनकर कभी हवा का झोंका बनकर.!!!
23 टूटता हुआ तारा सबकी दुआ पूरी करता है..क्यों के उसे टूटने का दर्द मालूम होता है!!!
24 इतनी ठोकरे देने के लिए शुक्रिया ए-ज़िन्दगी, चलने का न सही सम्भलने का हुनर तो आ गया ।
25 कुछ लोग आए थे मेरा दुख बाँटने, मैं जब खुश हुआ तो खफा होकर चल दिये...!!!
26 जब भी चाहा सिर्फ तुम्हे चाहा.. पर कभी तुम से कुछ नही चाहा..!!
27 उम्र कैद की तरह होते हे कुछ रिश्ते ,, जहा जमानत देकर भी रिहाई मुमकिन नही!!!
28 आपको ज़ीद हे अगर हमे भूलने की तो, हमे भी ज़ीद हे आपको अपनी याद दिलाने की !!!!
29 हर फैसले होते नहीं,सिक्के उछाल कर..यह दिल के मामले है....जरा संभल कर!!
30 मत पूछो कैसे गुजरता है हर पल तुम्हारे बिना, कभी बात करने की हसरत कभी देखने की तमन्ना !!
31 यही सोचकर कोई सफाई नहीं दी हमने. कि इल्जाम झूठे भले हैं पर लगाये तो तुमने हैं !!
32 मेरे अल्फ़ाज़ तो चुरा लोगे.. वो दर्द.. कहाँ से लाओगे !!
33 चली जाने दो उसे किसी ओर कि बाहों मे ।। इतनी चाहत के बाद जो मेरी ना हुई, वो किसी ओर कि क्या होगी ।
34 इक बात कहूँ इश्क, बुरा तो नहीँ मानोगे.... बङी मौज के थे दिन, तेरी पहचान से पहले.
35 लिख देना ये अल्फाज मेरी कबर पे...!! मोत अछी है मगर दिल का लगाना अच्छा नहीं...!!
35 दोस्तो से अच्छे तो मेरे दुश्मन निकले,, कमबख्त हर बात पर कहते हैं कि तुझे छोडेंगे नहीं.
36 दोस्तो होली आई अौर चली भी गई थोड़ी देर बाद #रंग भी उतर गया, ये #होली बिल्कुल उसकी तरह निकली..!!
37 सुना है आज उस की आँखों मे आसु आ गये...... वो बच्चो को सिखा रही थी की मोहब्बत ऐसे लिखते है !!
38 शक ना कर मेरी मुहब्बत परपगली....... अगर मै सबूत देने पर आया तो ... तु बदनाम हो जायेगी..!!!
39 आदत बना ली मैंने खुद को तकलीफ देने की , ताकि जब कोई अपना तकलीफ दे तो ज्यादा तकलीफ ना हो
40 बिछड़ने वाले तेरे लिए, एक मशवरा है.. कभी हमारा ख्याल आए, तो अपना 'ख्याल' रखना..।।
41 तुम बदले तो मज़बूरिया थी ,हम बदले तो बेवफा हो गए !!!
42 धोखा देने के लिए #शुक्रिया पगली कि #तुम ना मिलती तो #दुनिया_समझ में #ना आती !!
43 हो सके तो अब के कोई सौदा न करना; मैं पिछली मोहब्बत में सब हार आया हूँ..!
44 कहने को कुछ नहीं ...आह भी चुप सी घुट रही है सीने में !!
45 अज़ब माहौल है मेरे 'मुल्क' का, मज़हब थोपा जाता है, 'इश्क' रोका जाता है !!
46 वो मतलब से मिलते थे और हमे तो बस मिलने से मतलब था !!!
47 मंज़िलों से गुमराह भी ,कर देते हैं कुछ लोग ।। हर किसी से रास्ता पूछना अच्छा नहीं होता !!
48 जिस रोज तेरे चाहने वालो को तू बेहद बुरी लगेगी, उस दिन भी तू हमे बेहद खूबसूरत लगेगी !
49 जिस्म उसका भी मिट्टी का है मेरी तरह....! ए खुदा फिर क्यू सिर्फ मेरा ही दिल तडफता है उस के लिये...!
50 शोहरत अच्छी होती है, गुरूर अच्छा नहीं होता.. अपनों से बेरुखी सेे पेश आना, हुज़ूर अच्छा नहीं होता !!
51 कईं रोज से कोई नया जखम न दिया पता करो सनम ठीक तो है न !!
52 आज भी उसी मोड़ पर इंतजार क्र रहा हु उनका जहाँ न लोट कर आने की वो कसम खाए बेठे है !!
53 वक़्त ने ज़रा सी करवट क्या ली गैरो की लाइन में सबसे आगे पाया अपनों को !!
54 ये नक़ाब तुम्हारे झुठ का उतरेगा जिस दिन खुद से नज़रें मिलाने को तरसोगे उस दिन !!
55 दिन भर भटकते रहते हैं अरमान तुझ से मिलने के न दिल ठहरता है न इंतज़ार रुकता है !!
57 दर्द सहने की कुछ यु आदत सी हो गई है.... की अब दर्द न मिले तो दर्द सा होता है !
58 उसने बड़ी बेरुखी से कहा बस , अब जुदा होना है और आज दिल- ए- बरबाद में सिर्फ शोला और चिन्गारी है.
59 बहुत भीड़ हो गयी है तेरे दिल में, अच्छा हुआ हम वक़्त पर निकल गए !!
60 एक आरज़ू थी तेरे साथ जिंदगी गुजारने की, पर तेरी तरह मेरी तो ख्वाहिशे भी बेवफा निकली।
61 जिसे दिल मे जगह दी थी वो ही सब बर्बाद कर गया....!!
62 शायरी लिखना बंद कर दूंगा अब मैं यारो.... मेरी शायरी की वजह से दोस्तों की आँखों में आंसू अब देखे नहीं जाते....!!
63 जलने वाले की दूआ से ही सारी बरकत है, वरना अपना कहने वाले तो याद भी नही करते....!!
64 जिस चाँद के हजारों हो चाहने वाले... *दोस्त*, वो क्या समझेगा एक सितारे कि कमी को....!!
65 कभी भी ख़ुशी मे शायरी नहीं लिखी जाती है ये वो धुन है जो दिल टूटने पर बनती है....!!
66 क्या लिखूँ , अपनी जिंदगी के बारे में. दोस्तों. वो लोग ही बिछड़ गए. 'जो जिंदगी हुआ करते थे !!
67 और भी बनती लकीरें दर्द की शुकर है खुदा तेरा जो हाथ छोटे दिए !!
68 चित्रकार तुझे उस्ताद मानूँगा, दर्द भी खींच मेरी तस्वीर के साथ
69 कौन खरीदेगा अब हीरो के दाम में तुम्हारे आँसु ;वो जो दर्द का सौदागर था, मोहब्बत छोड़ दी उसने ।
70 ख़ुशी कहा हम तो गम चाहते है, ख़ुशी उन्हे दे दो जिन्हें हम चाहते हे.
71 सिमट गया मेरा प्यार भी चंद अल्फाजों में, जब उसने कहा मोहब्बत तो है पर तुमसे नहीं.
72 सो जाओ दोस्तों यु रात भर जागने से मुहाबत लोट क्र नही आती !
73 हर किसी में तुझे पाने की कोशिश की बस एक तुझे न पा सकने के बाद |
74 लिख देना ये अल्फाज मेरी कबर पे...!! मोत अछी है मगर दिल का लगाना अच्छा नहीं...!!
75 तू मेरी चाहत का एक लफ्ज भी ना पढ़ सका, और मैं तेरे दिये हुए दर्द की किताब पढ़ते पढ़ते ही सोती हूँ।
76 मुस्कुराने से भी होता है ग़में-दिल बयां, मुझे रोने की आदत हो ये ज़रूरी तो नहीं !!!
77 इतना याद न आया करो, कि रात भर सो न सकें। सुबह को सुर्ख आँखों का सबब पूछते हैं लोग।
78 लोग कहते हैं दुःख बुरा होता है, जब भी आता है रुलाता है। मगर हम कहते हैं दुःख अच्छा होता है, जब भी आता है कुछ सिखाता है।
79 मैं क्या जानूँ दर्द की कीमत ? मेरे अपने मुझे मुफ्त में देते हैं !
80 वो रो रो कर कहती रही, मुझे नफरत है तुमसे, मगर एक सवाल आज भी परेशान किये हुए है की अगर इतनी नफरत ही थी तो, वो रोई क्यों….?
81 दर्द कितना खुशनसीब है जिसे पा कर लोग अपनों को याद करते हैं, दौलत कितनी बदनसीब है जिसे पा कर लोग अक्सर अपनों को भूल जाते है !!
82 मैं आईना हूँ टूटना मेरी फितरत है, इसलिए पत्थरों से मुझे कोई गिला नहीं।
83 कितने सालों के इंतज़ार का सफर खाक हुआ । उसने जब पूछा “कहो कैसे आना हुआ”।
84 मेरी किस्मत में तो कुछ यूँ लिखा है, किसी ने वक्त गुज़ारने के लिए अपना बनाया, तो किसी ने अपना बनाकर वक्त गुजार लिया !!
85 लोग कहते हैं जब कोई अपना दूर चला जाता है तो बड़ी तकलीफ होती है, पर ज्यादा तकलीफ तो तब होती है जब कोई अपना पास होकर भी दूरियाँ बना ले !
87 रिश्तों की डोरी तब कमजोर होती है जब इंसान ग़लतफहमी में पैदा होने वाले सवालों का जवाब खुद ही बना लेता है !
88 जानते हैं दुनिया की सबसे कीमती चीज़ें क्या हैं ? सच्ची ख़ुशी के आंसू और सच्चे आंसुओं पर मुस्कान।
89 बड़े अजीब से इस दुनिया के मेले हैं, यूँ तो दिखती भीड़ है, पर फिर भी सब अकेले हैं…!
Osm post ❤️
ReplyDeleteSad shayari for girls in hindi 2022 - sukun ka safar